
समय के साथ युवाओं में बदलाव की गति तेज हो रही है और यह बदलाव विशेष रूप से युवा पीढ़ी में अधिक दिखाई दे रहा है। स्टूडेंट्स सिर्फ अध्ययन तक सीमित नहीं रहना चाहते बल्कि वे विचारों को अपनाने और उन्हें कार्य में बदलने के प्रेरित हो रहे है इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में उभरा है युवा सोच टॉक जो वक्ताओं को अपने विचारों को व्यक्त करने, बिजेनस के नए तरीकों पर चर्चा करने समाज को प्रगति की दिशा में प्रेरित करने के अवसर देता है।
हालही में मंगलमय ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ग्रेटर नोएडा में युवा सोच टॉक का आयोजन हुआ जिसमें 7 Speakars ने भाग लिया आशीष कुमार अग्रवाल, फ्रैंचाइज़ बताओ के संस्थापक। उनकी यात्रा, ज़मीन से व्यवसाय बनाने की अंतर्दृष्टि और स्टार्टअप शुरू करने के व्यावहारिक सुझावों ने दर्शकों को आकर्षित किया! लर्निंग मूवमेंट के संस्थापक डॉ. संजय कुमार अग्रवाल व्यावहारिक सत्र ने हम सभी पर एक अमिट छाप छोड़ी, जिससे सीखने और शिक्षा के भविष्य पर नए विचारों के साथ दिमागों में जोश भर गया।अंकित रविंद्र जैन निदेशक यूजीएस ट्रेनिंग कंपनी ने मंच संभाला और कई जिज्ञासु दिमागों के दिलों को छुआ। उनके शब्द सिर्फ़ सुने नहीं गए बल्कि उन्हें महसूस भी किया गया। छात्रों से भरा कमरा, चौड़ी आँखों और गहराई से जुड़े हुए, सिर्फ़ एक वक्ता को नहीं बल्कि एक ऐसी कहानी को सुन रहे थे जिसने बदलाव को प्रेरित किया डॉ. शिखा शर्मा लाइफ कोच मानसिक तन्यकता और समग्र जीवन पर अपने ज्ञान को साझा किया चुनौतियों के बीच संतुलित जीवन बनाए रखने के बारे में उनकी अंतर्दृष्टि ने सभी को प्रेरित किया भारत के उद्यमी मंच के अध्यक्ष विश्व मोहन सिंह उनके व्यावहारिक भाषण ने हम सभी को सामान्य से परे सोचने और बदलाव के उत्प्रेरक के रूप में उद्यमशीलता को अपनाने के लिए प्रेरित किया।