कोरोनादिल्लीदेश

एक करोड़ मुफ्त LPG कनेक्शन के लिए रहें तैयार, उज्ज्वला गैस कनेक्शन का तोहफा दे सकती है मोदी सरकार

नई दिल्ली।

कोरोना संक्रमण और एक के बाद एक चक्रवाती तूफान के बीच सरकार अपनी दूसरी वर्षगांठ पर लोगों को तोहफा देने का ऐलान कर सकती है। सरकार प्रधानमंत्री  उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवारों और प्रवासी मजदूरों को एक करोड़ मुफ्त गैस कनेक्शन देने की शुरुआत कर सकती है। इसके लिए सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।

प्रधानमंत्री  उज्ज्वला योजना-तीन के तहत पूरे देश में एक करोड़ गैस कनेक्शन मुफ्त दिए जाएंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2021-22 का बजट पेश करते हुए इसका ऐलान किया था। पर पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने की वजह से इस घोषणा पर अमल नहीं हो सका। अब सरकार मुफ्त गैस कनेक्शन वितरित करने के लिए तैयार है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में सरकार 30 मई को अपने दूसरे कार्यकाल के दो साल पूरे कर रही हैं। ऐसे में उम्मीद है कि पेट्रोलियम मंत्रालय इसी दिन से मुफ्त गैस कनेक्शंन का वितरण शुरु कर सकता है। इसके लिए सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों ने गैस एजेंसियों को मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है। ताकि लाभार्थियों की पहचान कर सके।

सरकार की तरफ से जारी एसओपी में कहा गया है कि प्रवासी मजदूर भी प्रधानमंत्री  उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन लेने के हकदार होंगे। बशर्ते परिवार में गैस कनेक्शन लेने के लिए कोई व्यस्क महिला मौजूद हो। प्रवासी मजदूरों को पते के दस्तावेज की जगह शपथपत्र जमा करना होगा। संबंधित अधिकारी जांच के बाद कनेक्शन जारी कर सकते हैं।

एससी/एसटी गरीब परिवारों की महिलाओं को तरजीह दी जाएगी। इसके साथ जिन प्रदेशों में एलपीजी का घनत्व राष्ट्रीय औसत से कम है, उन राज्यों में ज्यादा कनेक्शन जारी किए जा सकते हैं। योजना के तहत सरकार 14 किलों के साथ पांच किलों का गैस सिलेंडर भी देगी। पांच किलो का सिलेंडर प्रवासी परिवारों के लिए है।

  • सरकार 14.2 किलो के गैस सिलेंडर पर 1600 रुपये की सब्सिडी देगी। जबकि पांच किलो से सिलेंडर पर सरकार 1150 रुपये प्रति कनेक्शन वहन करेगी। इसमें सिलेंडर की सिक्युरिटी, रेगुलेटर की कीमत, पाइप और डिस्ट्रीब्यूटर का खर्च शामिल है।
  • गैस चूल्हा खरीदने और सिलेंडर भरवाने का खर्च लाभार्थी को खुद वहन करना होगा। हालांकि, लाभार्थी को ऋण की सुविधा उपलब्ध होगी। इसकी कीमत कंपनियां गैस सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी से पूरा करेंगी। लाभार्थी को कोई राशि नहीं देनी होगी।
  • पांच किलो के गैस सिलेंडर की कीमत 14.2 किलो से किलो के सिलेंडर से कम होती है। ऐसे में कीमत के इस अंतर को गैस चूल्हा और सिलेंडर भरवाने की कीमत के ऋण में जमा कर दिया जाएगा। पांच किलों का सिलेंडर लाने वाले लाभार्थी को एक बर्नर का चूल्हा लेने का भी विकल्प होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *