उत्तर प्रदेशचुनाव

सपा ने दलितों-पिछड़ों को किनारा किया, अमरोहा में बोलीं BSP प्रमुख मायावती

अमरोहा में जोया के गांव जोई में स्थित मैदान में प्रस्तावित उनके कार्यक्रम के लिए खराब मौसम के बावजूद बसपाई जुटे रहे. वहीं पुलिस ने भी पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं.

नई दिल्ली:

अमरोहा जिले में बहुजन समाज पार्टी की पहली रैली को शुक्रवार को पार्टी प्रमुख मायावती ने संबोधित किया. जनसभा को संबोधित करते हुए बीएसपी सुप्रीमो ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दंगों के लिए पहले की समाजवादी पार्टी सरकार पर आरोप लगाया और लोगों से इसे नहीं भूलने के लिए कहा. इस मौके पर उन्होंने मुस्लिम वोटर्स को लुभाने के लिए अपने सांसद रहते हुए बिजनौर दंगे के दौरान की गई मदद की याद दिलाई. उन्होंने कहा कि सपा ने बीएसपी सरकार की तमाम अच्छी कोशिशों को खत्म कर दिया. जिले का नाम दोबारा बदल दिया. दंगों में पीड़ितों को सहारा नहीं दिया और जातिवादी मानसिकता की झलक दिखाई. मायावती ने मतदाताओं से उन्हें सबक सिखाने की अपील की.

अमरोहा में जोया के गांव जोई में स्थित मैदान में प्रस्तावित मायावती के कार्यक्रम के लिए खराब मौसम के बावजूद बसपाई जुटे रहे.  पुलिस ने भी पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं. मायावती ने रैली के दौरान केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार पर भी दलितों के उत्पीड़न का आरोप लगाया. उन्होंने धर्म के आधार पर नफरत फैलाने को लेकर भी निशाना साधा. गरीबों और मजदूरों के हित में कार्यक्रम को बीजेपी सरकार की ओर से पूरा नहीं किए जाने की बात भी कही. उन्होंने आरक्षण का कोटा नहीं पूरा करने को लेकर भी राज्य सरकार को पक्षपाती कहा.

अमरोहा में बस एक सीट पर बीएसपी की जीत

बीएसपी समर्थकों ने जोरदार नारेबाजी कर मायावती का अमरोहा में स्वागत किया. अमरोहा की लोकसभा सीट से बीएसपी के दानिश अली सांसद हैं. वहीं अमरोहा जिले की विधानसभा सीटों में अब तक महज एक बार ही बीएसपी उम्मीदवार को सफलता मिली है. प्रशंसकों का मानना है कि इस बार मायावती ने काफी सोच विचार कर उम्मीदवारों को उतारा है. मायावती उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में पहली बार अमरोहा जिले में पहुंचीं.