नौकरी

आईटी सेक्टर में नौकरी की बहार, मार्च तक 3.6 लाख नए लोगों को मिलेगा रोजगार

IT Sector इस समय बूम पर है. बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार मिल रहा है, वहीं कंपनियां बढ़ते एट्रिशन रेट के कारण परेशान हैं. मार्च तक इंडियन आईटी कंपनियां 3.6 लाख नए लोगों को रोजगार देंगी.

अगर आप आईटी प्रफेशनल्स (IT Professionals) हैं तो यह आपके लिए अच्छी खबर है. अगले डेढ़ महीने के भीतर आईटी सेक्टर (IT Sector) में 3.6 लाख नए लोगों की हायरिंग की जाने वाली है. मार्केट इंटेलिजेंस फर्म अनअर्थइनसाइट ( UnearthInsight) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इंडियन आईटी कंपनियां चालू वित्त में वर्ष में मार्च तक 3.6 लाख नए लोगों को नौकरी पर रखेंगी. आईटी सेक्टर को लेकर जारी इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आईटी सेक्टर में चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में नौकरी छोड़ने की दर (Attrition rate) 22.3 फीसदी रही है. इससे पिछली यानी दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में यह 19.5 फीसदी थी, जबकि चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में इसके 22 से 24 फीसदी के बीच रहने का अनुमान है. रिपोर्ट में कहा गया कि वित्त वर्ष 2022-23 से हालांकि इस स्थिति में सुधार होगा और इस दौरान नौकरी छोड़ने वाले लोगों की संख्या 16 से 18 फीसदी तक आने की संभावना है.

अनअर्थइनसाइट के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी गौरव वासु ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों के दौरान देश में गंभीर कोरोना वायरस महामारी की लहर के बावजूद आईटी उद्योग की वृद्धि बरकरार है. उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष में आईटी उद्योग द्वारा अबतक की सबसे अच्छी आय वृद्धि हासिल करने की संभावना है.

सैलरी में लगातार बढ़ोतरी हो रही है

वासु ने कहा कि आईटी सेक्टर में सैलरी में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, वहीं एट्रिशन रेट में गिरावट नहीं आ रही है जो चिंता का विषय है. मेरा मानना है कि एक और तिमाही में इसमें उछाल दिखेगा. उसके बाद इसमें गिरावट का ट्रेंड शुरू होगा.

इस साल रेवेन्यू में 20 फीसदी उछाल की संभावना

कोरोना महामारी के बावजूद इस सेक्टर पर किसी तरह का असर नहीं हुआ है. इस सेक्टर का ग्रोथ बरकरार है. वासु ने कहा कि मेरा मानना है कि इस साल रेवेन्यू में भी भारी उछाल आएगा. इसके अलावा कंपनियां बड़े पैमाने पर हायरिंग भी करेंगी. उम्मीद की जा रही है कि चालू वित्त वर्ष में आईटी सेक्टर के लिए रेवेन्यू ग्रोथ 19-21 फीसदी के बीच होगा. यह इसके इतिहास में सबसे ज्यादा होगा. उम्मीद की जा रही है कि वित्त वर्ष 2023-24 तक यह ग्रोथ बरकरार रहेगा. इस सेक्टर में क्लाउड और प्रोडक्ट सेगमेंट का ग्रोथ अच्छा है.

एट्रिशन रेट बढ़ने से कंपनियां परेशान

पिछले दिनों आईटी उद्योग के निकाय नैसकॉम (NASSCOM) ने कहा कि देश के सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र (IT Sector) में नौकरी छोड़ने की दर (Attrition rate) अपने चरम को छू चुकी है. नैसकॉम के उपाध्यक्ष कृष्णन रामानुजम ने कहा कि अगर दिसंबर तिमाही में टॉप-10 आईटी कंपनियों के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो ऐसा लगता है कि नौकरी छोड़ने वालों की संख्या में यदि कमी नहीं है, तो भी यह स्थिर है. नैसकॉम के अनुसार हाल की तिमाहियों में दुनियाभर की कंपनियों से डिजिटलीकरण की मांग बढ़ने से कई कंपनियों ने 20 फीसदी से अधिक कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की सूचना दी है. एंप्लॉयी को रोकने के लिए रिटेंशन बोनस जारी किया गया. शानदार इंक्रीमेंट दिया गया. इसके अलावा स्टॉफ को स्पेशल ट्रेनिंग दी गई और जरूरी एंप्लॉयी को प्रमोशन भी दिया गया. इसके अलावा भी एचआर डिपार्टमेंट की तरफ से तरह-तरह की स्ट्रैटिजी अपनाई जा रही है.

50 लाख से ज्यादा लोग आईटी सेक्टर में करते हैं काम

दुनियाभर में आईटी सर्विस की मांग बढ़ी है. इसके कारण इस सेक्टर में करीब 15.5 फीसदी का उछाल आया है. यह पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा है. इस इंडस्ट्री का रेवेन्यू 227 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इस सेक्टर में अभी 50 लाख से ज्यादा लोग काम करते हैं. नैसकॉम के मुताबिक, अगला वित्त वर्ष भी आईटी सेक्टर के लिए शानदार रहने की उम्मीद है. अगले साल भी डिजिटल डिमांड बनी रहेगी जिसके कारण इस सेक्टर का तेजी से ग्रोथ होगा. 2026 तक इस इंडस्ट्री का आकार 350 बिलियन डॉलर का हो जाएगा.