कृषि

महाराष्ट्र के किसान अब कर रहे हैं मोगरा फूल की खेती, होती है लाखों में कमाई

महाराष्ट्र में पालघर जिले के किसान मोगरा फूल की खेती कर रहे हैं. किसानों को कहना है कि कम लागत में ज्यादा मुनाफा हो रहा है. इसीलिए किसान फसल पैटर्न में बदलाव कर फूल और फलों की खेती पर ज्यादा ज़ोर दे रहे है.

महाराष्ट्र के किसान इन दिनों पारंपरिक खेती छोड़ फूल और फल की खेती और रुख कर रहे है खास करके आदिवासी किसान अब फल फैटर्न में बदलाव कर रहे है उदाहरण के लिए पालघर के किसानों (farmer)को ही ले लीजिए वो इन दिनों मोगरा फूल (Jasmine Flower) कि खेती  बड़े पैमाने पर कर रहे है.जिले के किसान भागीरथी ने Tv9 Digital से बात करते हुए बताया कि पालघर जिले में ज्यादा करके आदिवासी किसान रहते है.और वो पारंपरिक खेती पर निर्भर रहते है लेकिन बदलते मौसम और लागत तक नही निकाल पाते थे पारंपरिक खेती कर, जिसके चलते अब किसान फसल पैटर्न में बदलाव कर  फूल ( Flower)की बड़े पैमाने पर खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे है.सीजन में और भी ज्यादा मुनाफा हो जाता है इस समय 800 रुपये प्रति किलो के भाव से किसान भागीरथी बाज़ारों में बेचते है.

एक एकड़ में मोगरा फूल कि खेती से मुनाफा

पालघर जिले के जवाहर मोखडा गांव के रहने वाले किसान ने बताया कि इस समय पारंपरिक से ज्यादा फूल और फल की खेती से मुनाफा हो रहा हैं भागीरथी ने बताया कि वो अपने एक एकड़ में मोगरा फूल कि खेती की है इससे रोजना 10 किलो तक फूल उत्पादन होता है और हम 800 रुपये किलो के भाव से बाज़ारों में बेचते है.

इसके वाला सीजन में 15 सो से 2 हज़ार रुपये तक के भाव से देते है भागीरथी ने बताया कि इस खेती में मेरी खर्चा सिर्फ 100 से 150 रूपये का होता है.लेकिन मुनाफा अच्छा हो जाता है पालघर से मुम्बई, नासिक जैसे जिलों में भी माल हम भेजते है.सबसे ज्यादा मुंबई के दादर मार्किट से मांग होती है.

सीजन में मिलता है अच्छा ऑडर

भागीरथी किसान बताते है कि जब सीजन होता है तो मार्किट में मोगरा फूल कि डिमांड बहुत ज्यादा होती है खास कर शादी के सीजन में उनके पास दूर दुर से ऑडर आते है जिसका उन्हें अच्छी कीमत भी मिलती है.किसान भागीरथी ने अपने खेतों में स्ट्रॉबेरी कि भी खेती की हैं जिससे उन्हें लाखों का मुनाफा हो रहा हैं.किसान का कहना है कृषि बिभाग के मार्गदर्शन से हमने ये खेती करना शुरू किया है और अब जिले के अन्य किसानों ने भी फूल उगाना शुरू किया है.