अंतरराष्ट्रीय

चीन अपनी हरकतों से नहीं आ रहा बाज, ऑस्ट्रेलिाई विमान को लेजर से बनाया निशाना, पायलटों पर मंडराया खतरा

इस तरह की घटनाएं असामान्य नहीं हैं, क्योंकि अमेरिका (America) और उसके सहयोगी चीन (China) पर अपनी सैन्य शक्ति का दावा करने का आरोप लगाते रहे हैं.

चीन (China) द्वारा दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में की जाने वाली चालबाज हरकतों से दुनिया वाकिफ है. एक बार फिर चीन ने अपना ऐसा ही रूप दिखाया है. दरअसल, समुद्र के बीचों-बीच चीन और ऑस्ट्रेलिया (Australia) के बीच टक्कर देखने को मिली है. ऑस्ट्रेलियाई रक्षा विभाग (Australian Defense Department) ने कहा कि चीनी नौसेना (Chinese navy) के एक जहाज ने उसके एक निगरानी विमान (Surveillance Aircraft) पर लेजर दागा. इस वजह से विमान में सवार क्रू मेंबर्स की जान पर बन आई. चीन और ऑस्ट्रेलिया (China-Australia Relations) के बीच लंबे समय से तनाव भी चल रहा है.

ऑस्ट्रेलियाई रक्षा विभाग ने कहा, ये घटना गुरुवार को सामने आई. P-8A पोसीडॉन विमान (P-8A Poseidon plane) ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी हिस्से की ओर बढ़ रहा था, लेकिन इसी दौरान विमान पर एक लेजर की रोशनी देखी गई. इस तरह की घटनाएं असामान्य नहीं हैं, क्योंकि अमेरिका (America) और उसके सहयोगी चीन पर अपनी सैन्य शक्ति का दावा करने का आरोप लगाते रहे हैं. अमेरिका अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पश्चिमी प्रशांत और अन्य जगहों पर बीजिंग के बढ़ते दबदबे को चुनौती देने के लिए कदम उठा रहा है.

टोरेस जलडमरूमध्य के पास हुई घटना

विभाग ने शनिवार को एक बयान में कहा कि लेजर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (People’s Liberation Army) नेवी के पोत से आया है. इसने कहा, चीनी पोत एक अन्य चीनी जहाज के साथ था, जो टोरेस जलडमरूमध्य (Torres Strait) से होकर गुजर रहा था. दोनों जहाज अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व में कोरल सागर (Coral Sea) में हैं. रक्षा विभाग ने कहा, चीनी पोत द्वारा विमान पर लेजर दागना एक गंभीर सुरक्षा का मामला है. हम गैर-पेशेवर और असुरक्षित सैन्य आचरण की कड़ी निंदा करते हैं. इन कार्रवाइयों से सैन्य कर्मियों की सुरक्षा और जीवन को खतरा हो सकता था.

अमेरिका विमान पर भी किया हमला

सुरक्षा के लिए लेजर एक गंभीर समस्या पैदा करते हैं, क्योंकि जब वे विमान को निशाना बनाते हैं, तो इससे पायलट घायल हो सकते हैं. इसके अलावा, लेजर की वजह से पायलट अंधे हो सकते हैं, जो सुरक्षा के लिए खतरा है. दो साल पहले अमेरिका ने भी चीनी नौसेना पर लेजर से हमला करने का आरोप लगाया था. हालांकि, चीन ने ऐसा करने से इनकार किया था. चीन ने कहा कि इसने अमेरिकी विमान को बार-बार चेतावनी दी कि वह इसके युद्धपोत के ऊपर चक्कर लगा रहा है.