वैक्सीनेशन के बाद सोशल मीडिया पर न डाले ई-टीकाकरण कार्ड
कोविड के इस दौर में साइबर ठग ठगी के लिए विभिन्न माध्यमों को अपना रहे हैं। जो लोगों को हजारों से लाखों रुपये तक की चपत लगा रहे है। जिसको लेकर सीओ ने कहा कि वैक्सीनेशन कराने के बाद कोई भी व्यक्ति अपना ई-टीकाकरण कार्ड सोशल मीडिया पर शेयर न करें, जिससे साइबर ठग क्यूआर कोड का फायदा उठाकर ठगी करने में कामयाब हो सकते हैं।
सरकार ने कोविड वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन सुविधा की हुई है। जिसमें लोग ऑनलाइन साइट के माध्यम से अपनी डिटेल भरते हुए अपना रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त कर लेते हैं, जिससे स्लॉट बुक हो जाता है। सीओ पवन कुमार ने वैक्सीनेशन कराने वाले लाभार्थियों से अपील करते हुए कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। जिसमें लोग वैक्सीनेशन कराने के बाद डिजिटल कार्ड भी प्राप्त कर रहे हैं। जिसमें वैक्सीन लगवाने की पहली और दूसरी डोज की तिथि भी दर्शायी जाती है। वैक्सीनेशन कराने वाला व्यक्ति ई-कार्ड को उत्साहित होकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर शेयर करते नजर आ रहे हैं। जिसका फायदा उठाकर सक्रिय ठग डिटेल लेकर संबंधित व्यक्ति को नाम लेकर बुलाते हैं। जिससे कई लोग झांसे में आकर अपना ओटीपी भी शेयर कर देते हैं, जिसके कारण उनके बैंक खाते से पैसे भी निकल जाते हैं। सीओ ने कहा कि इस तरह का सोशल मीडिया पर कुछ शेयर न करें। जिससे आपकी पूर्ण जानकारी साइबर ठगो तक पहुंच सकें और वह ठगी करने में कामयाब भी न हो सके।