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देश में हो रहे 5 राज्यो के विधानसभा चुनावों में राजस्थान के इन दिग्गज नेताओं की होगी कड़ी परीक्षा , तय होगा सियासी भविष्य

देश के 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों (five states assembly election) में राजस्थान के नेताओं के खेमे में हलचल बढ़ गई है. इन चुनावों में राजस्थान के कई दिग्गज नेताओं (rajasthan leaders in assembly election)) की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.

राजस्थान में भले की विधानसभा चुनावों (Assembly Election 2022) में अभी करीब 2 साल बाकी है लेकिन प्रदेश के नेताओं की इम्तिहान की घड़ी आ गई है. देश के 5 राज्यों में अगले महीने होने जा रहे विधानसभा चुनावों (five states assembly election) का ऐलान होने के साथ ही सूबे के नेताओं के खेमे में हलचल बढ़ गई है. बता दें कि इन चुनावों में राजस्थान के कई दिग्गज नेताओं (rajasthan leaders in assembly election) की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.

पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मणिपुर ऐसे राज्य (UP Assembly Election) हैं जहां चुनावी प्रबंधन से लेकर टिकट वितरण तक की अहम जिम्मेदारियां राजस्थान से जुड़े नेताओं दोनों पार्टियों ने दी है. इन नेताओं के कंधों पर अपने राज्य के अलावा इ्न 5 राज्यों की जिम्मेदारी देना भविष्य में इनका सियासी कद तय करेगा.

पंजाब में राजस्थान के नेता हैं चुनावी मैदान में आमने-सामने

पंजाब चुनावों की बात करें तो वहां राजस्थान के दिग्गज नेता आमने-सामने हैं. पंजाब में कांग्रेस और भाजपा के चुनाव प्रभारी राजस्थान से बनाए गए हैं. कांग्रेस ने राजस्थान से वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चौधरी को चुनाव प्रभारी बनाया है. वहीं भाजपा ने जोधपुर सांसद और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को चुनावों की जिम्मेदारी दी है. वहीं पंजाब में राजस्थान भाजपा के सीमावर्ती जिलों से जुड़े कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है. ऐसे में इन दोनों नेताओं की चुनावों में कठिन परीक्षा होगी.

उत्तर प्रदेश के मैदान में मेघवाल और गुर्जर

वहीं अगर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों की बात करें तो राजस्थान के भाजपा और कांग्रेस से जुड़े कई नेताओं के लिए भी परीक्षा की घड़ी है. यूपी में भाजपा ने बीकानेर सांसद और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को चुनावों में सह प्रभारी बनाया है वहीं कांग्रेस ने राजस्थान के धीरज गुर्जर को सचिव के रूप में जिम्मेदारी दी है.

इसके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राहुल गांधी के करीबी पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र को भी चुनावों के लिए स्क्रीनिंग कमेटी में शामिल किया गया है. बता दें कि कांग्रेस के नेता धीरज गुर्जर भी प्रियंका गांधी की टीम में काफी समय से जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.

मणिपुर चुनाव में भूपेंद्र यादव संभालेंगे मोर्चा

इसके साथ ही मणिपुर चुनाव में भाजपा ने चुनाव प्रभारी के तौर पर केंद्रीय श्रम व वन पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को जिम्मेदारी दी गई है. मालूम हो कि भूपेंद्र यादव राजस्थान से भाजपा के राज्यसभा सांसद हैं. ऐसे में मणिपुर चुनावों में राजस्थान से आने वाले नेता का नेतृत्व चुनावी दिशा बदल सकता है.

उत्तराखंड में कई युवा चेहरे संभालेंगे जिम्मेदारी

इसी तरह उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में राजस्थान से कांग्रेस के नेता कुलदीप इंदौरा को सह प्रभारी बनाया गया है. इसके साथ ही कांग्रेस विधायक प्रशांत बैरवा और जयपुर की पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल को भी चुनावों के लिए उत्तराखंड भेजा जाएगा.

चुनावों के परिणामों पर टिका नेताओं का सियासी कद

गौरतलब है कि 5 राज्यों में 10 फरवरी से विधानसभा चुनाव शुरू होने जा रहे हैं जिनके नतीजे 10 मार्च को जारी होंगे. अब देखना यह होगा कि राजस्थान के यह भाजपा और कांग्रेसी नेता इन चुनावों में क्या कमाल दिखाते हैं और इन चुनावों से ही नेताओं का भविष्य तय होगा.