चुनाव

बीजेपी की विधानसभा चुनावों से लोकसभा चुनाव 2024 साधने की रणनीति

बीजेपी नेतृत्व इन विधानसभा चुनावों के जरिये लोकसभा चुनाव 2024 (Loksabha Elections 2024) के मद्देनजर चुनाव प्रबंधकों और रणनीतिकारों की एक नई टीम तैयार कर रहा है.

नई दिल्ली:

राजनीतिक पंडित पहले ही कह चुके हैं कि पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2022) वास्तव में लोकसभा चुनाव 2024 का सेमीफाइनल हैं. कम से कम भारतीय जनता पार्टी (BJP) तो इन विधानसभा चुनावों को इसी रूप में ले रही है. यही वजह है कि बीजेपी नेतृत्व इनके जरिये लोकसभा चुनाव 2024 (Loksabha Elections 2024) के मद्देनजर चुनाव प्रबंधकों और रणनीतिकारों की एक नई टीम तैयार कर रहा है. अगर गौर से देखें तो बीजेपी ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के लिए प्रभारियों की जो टीमें बनाई हैं, उनमें से ज्यादातर पहली बार पार्टी को चुनाव लड़ाने की जिम्मेदारी उठा रहे हैं. गौर करने वाली बात यह है कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है. ऐसे में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी टीम तैनात की है. 

अधिकतर नेता पहली बार संभाल रहे चुनावी प्रबंधन की बड़ी जिम्मेदारी
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के चुनाव प्रबंधकों और रणनीतिकारों में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और धर्मेंद्र प्रधान के अलावा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पहले भी अहम जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. हालांकि इनके अलावा अन्य अधिकांश नेता पहली बार चुनावी प्रबंधन और रणनीति का मैदान संभाल रहे हैं. पंजाब के चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और उत्तराखंड के चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी भी ऐसी महत्वपूर्म जिम्मेदारी पहली बार संभाल रहे हैं. सह प्रभारियों में भी अधिकांश नए चेहरे हैं.

चुनाव प्रबंधन में बीजेपी ने दी नए नेताओं का तरजीह
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी की रणनीति इससे भी समझी जा सकती है कि पार्टी के पास अनुभवी चुनाव प्रबंधकों की बड़ी संख्या है, लेकिन पार्टी ने नए नेताओं को ज्यादा महत्व दिया है. बीजेपी की चुनाव प्रभारी और सह प्रभारियों की नई टीम में अधिकांश संगठनात्मक जिम्मेदारी संभाल चुके हैं, लेकिन चुनावी जिम्मेदारियों से पहली बार रूबरू हो रहे हैं. उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में प्रह्लाद जोशी, सह प्रभारी लॉकेट चटर्जी और आरपीसिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. गोवा में देवेन्द्र फड़नवीस के साथ केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी और दर्शना जरदोश ने चुनावी प्रबंधन किया था.

उत्तर प्रदेश के लिए सबसे बड़ी प्रबंधन टीम
मणिपुर में भूपेंद्र यादव के साथ केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक और असम सरकार के मंत्री अशोक सिंघल चुनावी प्रबंधन में लगे हैं, तो पंजाब में शेखावत के साथ हरदीप सिंह पुरी, मीनाक्षी लेखी और विनोद चावड़ा की टीम को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी टीम में धर्मेंद्र प्रधान की अगुआई में केंद्रीय मंत्री अनुराग  ठाकुर, शोभा करन्दलाजे, अर्जुन राम मेघवाल, अन्नपूर्णा देवी के साथ विवेक ठाकुर, कैप्टन अभिमन्यु व सरोज पांडे लगे हैं. बीजेपी आलाकमान का इन नए चेहरों को बड़ी जिम्मेदारी देने के पीछे मंशा साफ है. वह इन पांच राज्यों के चुनाव से अपने ऊर्जावान नेताओं और नई टीम को लोकसभा चुनाव के लिए तैयार कर रही है.